Types of hard disk in hindi, हार्ड डिस्क के प्रकार, Hard disk kya hai, हार्ड डिस्क क्या है, Parts of hard disk in hindi, हार्ड डिस्क के भाग, Hard disk के प्रकार के फूल फॉर्म।
नमस्कार दोस्तो Informationhindi पर आपका स्वागत है आज के लेख में हम आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आए हैं जिसमे हम हार्ड डिस्क के प्रकार ( Types of Hard disk In hindi ) के बारे में बात करने वाले है।
साथ में जानेंगे की हार्ड डिस्क क्या है, हार्ड डिस्क के प्रकार, हार्ड डिस्क के भाग एवं हार्ड डिस्क के प्रकार के फूल फॉर्म से जुड़ी हुई तमाम जानकारी आपको आज की इस पोस्ट में मिलने वाली है।
आज का जो आधुनिक युग चल रहा है वहां कंप्यूटर का योग, वर्तमान समय में चाहे कोई भी फ्रेंड हो सभी जगह कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि कंप्यूटर के इस्तेमाल से लोगों का समय तो बचता ही है।
साथ में किसी प्रकार की गलती होने का चांस कम रहता है, पहले के समय में ऑनलाइन चीजें बहुत ही कम होती थी परंतु जब से डिजिटल युग आया है सभी चीजें ऑनलाइन हो गई है।
हम कोई भी काम घर बैठे बड़ी आसानी से कंप्यूटर और मोबाइल के माध्यम से कर सकते हैं, तो दोस्तों जब भी हम कंप्यूटर का उपयोग करते हैं तो उसमें किसी भी डरता है या फाइल को सेव करने के लिए हम हार्ड डिस्क का उपयोग करते हैं।
तो दोस्तों बहुत सारे लोगों को हार्ड डिस्क के प्रकार के बारे में जानकारी नहीं है तुम आज के इस लेख में हम आपको हार्ड डिस्क के प्रकार के बारे में बताएंगे।
साथ में हार्ड डिस्क से जुड़ी हुई है अन्य जानकारी पर आपको हम साझा करने वाले हैं तो इस आर्टिकल को आप ध्यानपूर्वक पढ़े ताकि हार्ड डिस्क के प्रकार के बारे में पूरी जानकारी जान पाए, Types of Hard disk जानने से पहले हम यह जान लेते है की हार्ड डिस्क क्या है,
हार्ड डिस्क क्या है (Hard disk kya hai)
हार्ड डिस्क एक स्टोरेज डिवाइस होता है, जिसे HDD या डाटा भंडारण यंत्र भी कहते है, हार्ड डिस्क एक प्रकार का मैगनेटिक डिस्क होता है, जिसका उपयोग डाटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है।
हार्ड डिस्क कंप्यूटर में किसी भी प्रकार के डाटा को लंबे समय तक स्टोर करके रख सकती हैं अर्थात कंप्यूटर पावर ऑफ हो जाने के बाद भी डाटा सुरक्षित रखता है हार्ड डिस्क को सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस के नाम से भी जाना जाता है यहां कंप्यूटर केस के अंदर मौजूद रहती है।
और डाटा केबल का उपयोग करके कंप्यूटर मदरबोर्ड से जुड़ी रहती है डिजिटल जानकारी को संग्रहित और पूर्ण प्राप्त करने के लिए हार्डडिस्क चुंबकीय भंडारण का उपयोग करती है इसीलिए इसे इलेक्ट्रो मैकेनिकल डाटा स्टोरेज डिवाइस भी कहा जाता है।
हार्ड डिस्क में डाटा को स्टोर करने के लिए एक या एक से अधिक गोल घूमने वाली डिस्क लगी होती है, प्रत्येक लेटर मशीन में एक बहुत पतली पट्टी होती है जो चुंबकीय सामग्री के इस्तेमाल से बनाई जाती है इन्फ्लेटर्स में कई सारे ट्रैक और सेक्टर मौजूद रहते हैं।
और यहां स्पिंडल के माध्यम से घूमते हैं जब लेटर घूमना शुरू करता है तो हार्डडिस्क में लगा एक रेड वाइट और उसके ऊपर दाएं से बाएं के सकता है इसका काम प्लैटर से डाटा पढ़ना और डाटा लिखना होता है।
जितनी गति से स्पेंडर प्लैटर को घुमाएगा हार्ड डिस्क में डाटा उतनी ही तेजी से स्टोर होगा इसकी गति को आरपीएम में मापा जाता है इसका अर्थ है प्लैटर ने 1 मिनट में कितने चक्कर लगाए अधिकतर हार्ड डिस्क 5400 RPM से 7200 RPM की होती है।
हार्ड डिस्क के प्रयोग में आने से पहले कंप्यूटर में जानकारी को संग्रहित करने के लिए फ्लॉपी डिस्क का उपयोग किया जाता था परंतु यहां सिर्फ 3.14 एमबी तक ही डाटा स्टोर कर शक्ति थी बल्कि इसके बाद हार्ड डिस्क कई terabytes data को स्टोर करने की कैपेसिटी रखती है।
प्रथम हार्ड डिस्क का आविष्कार सन 1956 में आईबीएम द्वारा किया गया था, पहली हार्ड डिस्क RAMAC ( Random Access Method of Accounting and Control ) थी, दोस्तों अब आप समझ ही गए होंगे कि हार्ड डिस्क क्या है अब हम जानेंगे (Types of Hard disk in hindi) हार्ड डिस्क के प्रकार।
हार्ड डिस्क के प्रकार ( Types of Hard disk in hindi )
दोस्तों हार्ड डिस्क के प्रकार के बारे में बात करें तो हार्ड डिस्क की क्षमता और गुणों के आधार पर इसे चार भागों में बांटा गया है।
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PATA
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SATA
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SSD
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SCSI
चलिए दोस्तों इन चारों प्रकारों के बारे में एक-एक करके हम विस्तार से जानते हैं –
1. PATA ( Parallel Advanced Technology Attachment )
ये सबसे पुरानी हार्ड डिस्क है, इसका प्रयोग सबसे पहले सन 1986 में किया गया था, Pata Hard disk कंप्यूटर से जुड़ने के लिए ATA Interface standard का उपयोग करती है, इसे पहले IDE ( Integrated drive electronics ) के रूप में referenced किया जाता था।
यहां एक मध्यम गति की हार्ड डिस्क है, इसका डाटा ट्रांसफर रेट 133MB/s तक का है, ये ड्राइव मैग्नेटिक के इस्तेमाल से डाटा करती है। सन 1986 – 87 में Pata ड्राइव का इस्तेमाल बहुत अधिक होता था।
लेकिन टेक्नोलॉजी बड़ने के साथ साथ अपनी लो डाटा ट्रांसफर रेट के कारण PATA drive के इस्तेमाल में भी आने लगी।
1. SATA ( Serial Advanced Technology Attachment )
SATA Drive डिस्क PATA की तुलना में अच्छी डिस्क है, SATA ड्राइव में पतली केबल का इस्तेमाल किया जाता है, यह केवल बहुत ही फ्लेक्सिबल होती है, डाटा ट्रांसफर की बात करें तो SATA ड्राइव की मदद से 300 MB डाटा 1 सेकंड में ट्रांसफर किया जा सकता है।
आज के समय में कंप्यूटर और लैपटॉप में अधिकतर साटा ड्राइव का ही उपयोग किया जाता है SATA Hard disk की कीमत कम होती है और इसकी कार्य करने की कैपेसिटी भी अधिक होती है।
3. SSD ( Solid State Drive )
सॉलि़ड स्टेट ड्राइव बाकी सभी ड्राइव की तुलना में सबसे ज्यादा स्पीड प्रदान करती है, SSD सबसे लेटेस्ट डिस्क ड्राइव है, SSD में डाटा को स्टोर करने के लिए Flash Memory Technology का इस्तेमाल किया जाता है।
SSD में एक माइक्रो चिप लगी रहती है, जो डाटा को बहुत जल्दी कॉपी कर लेती है, Solid State drive अन्य ड्राइव की तुलना में महंगी होती है, और स्टोरेज क्षमता भी कम होती है, SSD का इस्तेमाल आज कल बहुत सारी कंपनीया करती है।
4. SCSI ( Small Computer System Interface )
SCSI Hard disk का उपयोग छोटे कम्प्यूटर सिस्टम में किया जाता है, और SCSI Hard disk प्रति सेकंड 640 एमबी तक डाटा ट्रांसफर कर सकता है, SCSI Cable को स्मॉल कम्प्यूटर सिस्टम इंटरफेस में कनेक्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है, SCSI Hard disk में एक साथ 16 ड्राइव को कनेक्ट कर सकते है।
तो दोस्तो अब आप समझ ही गए होंगे हार्ड डिस्क के प्रकार (types of Hard disk) के बारे में हार्ड के यह 4 प्रकार है, जिनके बारे में हमने आपको ऊपर सभी जानकारी बता दी है अब हम जानेंगे hard disk के सभी प्रकार के फूल फॉर्म के बारे में।
Hard disk के प्रकार के Full Form
HDD Full Form ( HDD का पूरा नाम )
HDD का पूरा नाम Hard disk drive होता है।
PATA Full Form ( PATA का पुरा नाम )
PATA का पूरा नाम Parallel Advanced Technology Attachment होता है।
SATA Full Form ( SATA पूरा नाम )
SATA का पुरा नाम Serial Advanced Technology Attachment होता है।
SSD Full Form ( SSD का पूरा नाम )
SSD का पूरा नाम Solid State Drive होता है।
SCSI Full Form ( SCSI का पूरा नाम )
SCSI का पूरा नाम Small Computer System Interface होता है।
दोस्तो यह सभी Hard disk के प्रकार के फूल फॉर्म है, अब हम जाएंगे हार्ड डिस्क के पार्ट्स के बारे में।
हार्ड डिस्क के भाग ( Parts of hard disk in hindi )
एक हार्ड डिस्क के बहुत सारे पार्ट्स होते हैं जिनके बारे में हमने आपको नीचे बिंदुओं के माध्यम से बताया है।
Magnetic Platter –
इसमें डिजिटल इंफॉर्मेशन को मैग्नेटिक के रूप में स्टोर किया जाता है।
Read Write Head –
यहां एक छोटा सा चुंबक होता है, जो की प्लेटर के ऊपर से लेफ्ट साइड में खिसकता है।
Read Write Arm –
यह Read Write Head का पिछला हिस्सा है।
Actuator –
इसकी मदद से Read Write Arm घूमता है।
Platter –
प्लेटर एक गोलाकार डिस्क होती है, जो की हार्ड डिस्क के अंदर लगी हुई होती है।
Spindle –
यह एक मोटर होती है जो की प्लेटर के बीच में स्थित होती है, इसकी सहायता से प्लेटर घूमता है।
Logic board –
यह एक चिप होती है, को की हार्ड डिस्क ड्राइव में इनपुट और आउटपुट जनकारी को सुरक्षित रखती है।
Connector –
कनेक्टर की मदद से सर्किट बोर्ड से Read White और प्लोटर तक डाटा पहुंचता है।
तो दोस्तो यह सभी हार्ड डिस्क के भाग है अब आप इनके बारे में जान ही गए होंगे।
Types of hard disk से संबंधित FAQS
Types of hard disk (हार्ड डिस्क के प्रकार)?
हार्ड डिस्क चार प्रकार की होती है।
1. PATA (Parallel Advanced Technology Attachment )
2. SATA (Serial Advanced Technology Attachment)
3. SSD ( Solid State Drive)
4. SCSI (Small Computer System Interface)
हार्ड डिस्क का आविष्कार कब हुआ?
हार्ड डिस्क का आविष्कार सन 1956 में IBM ने किया था।
निष्कर्ष
दोस्तो आज की पोस्ट में हमने आपको हार्ड डिस्क के प्रकार (Types of Hard disk in hindi) बताया है, साथ में हमने आपको हार्ड डिस्क क्या है, हार्ड डिस्क के भाग, हार्ड डिस्क के प्रकार के फूल फॉर्म के बारे में भी बताया है।
आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा बताए गए हैं यहां जानकारी पसंद आई होगी, अगर आपके मन में हमारे इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल या सूझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर बताएं।
एवं इस जनाकारी को अपने दोस्तो तक जरूर शेयर करे ताकि वह भी हार्ड डिस्क के प्रकार (Types of Hard disk in Hindi) बारे में जान पाए।